मेरे साथियों जैसा कि Diwali 2023 आने ही वाली है और इस समय घर में काफी जोरों शोरों से तैयारियां चलती है. क्यूंकि यह हमारे देश का मुख्य त्यौहार है. करीबन एक महीने से पहले लोग अपने घरों को सजाना भी शुरू कर देते है। कोई अलग – अलग तरीके से अपने घर में रंग करवाता है तो कोई घर की साफ़ सफाई में जुट जाट है।और पुरे देश में बड़ी धूमधाम के साथ मनाया जाता है और बड़े ही विधि विधान के साथ घर में पूजा भी की जाती है।
हिन्दू धर्म में Diwali के त्यौहार का बड़ा ही महत्व है। सब लोग दिवाली के दिन माँ लक्ष्मी जी की पूजा करते है। कहते हैं कि माँ लक्ष्मी जी वहां निवास करती है जहाँ साफ़ सफाई अधिक होती है। इसी लिए सब लोग दिवाली के कुछ दिन पहले से ही साफ़ सफाई में जुट जाते हैं।
इस दिन घर में Diwali Puja Vidhi विधान के साथ की जाती है इस घर में मिठाइयों के साथ तरह-तरह के पकवान बनाये जाते है और सभी देवी देवताओं को भी भोग लगाया जाता है। दिवाली के दिन घर के सभी सदस्य नए कपड़े पहनते है।
हमारे Hindu धर्म में सभी त्यौहार अपनी पौराणिक कथा के चलते अधिक लोकप्रिय माने जाते है वो चाहे Dassehra हो या दिवाली .इन सभी त्योहारों को लेकर लोग पंचांग या फिर कैलेंडर की काफी महत्वता रखते है बार-बार देखते रहते है Diwali Kab Hai, Diwali Puja Shubh Muhurat 2023 कब है आदि।
🎉Diwali Kab Hai – दिवाली कब है
Diwali Kab Hai : दोस्तों हिन्दू पंचांग के अनुसार इस वर्ष दिवाली का त्यौहार हर वर्ष की तरह कार्तिक मास की अमावस्या के दिन मनाया जायेगा। इस वर्ष दिवाली का यह त्यौहार 24 अक्टूबर के दिन रविवार को पुरे हर्षोल्लास और उत्साह के साथ मनाया जायेगा।
मेरे सभी दोस्तों और उनके परिवार वालों को मेरी तरह से Happy Diwali . यह दिन आपके जीवन में खुशियां भरदे और आपको सभी दुखों से मुक्ति मिले।
दोस्तों दिवाली के इस पर्व में दीपक जलाने की परंपरा शुरू से चली आ रही है। इसी लिए हम सब इसको दीपवाली कहते हैं। और यह त्यौहार भारत में ही नहीं बल्कि अन्य 28 देशों में भी बड़ी धूमधाम के साथ मनाया जाता है।
👉Diwali का इतिहास
दोस्तों चलिए थोड़ा सा Diwali के इतिहास पर भी नज़र दाल लेते हैं। जोकि हमें जानना भी चाइये। दरअसल दिवाली से जुड़ी कई पौराणिक कथाएँ सामने आती है।
जैसा कि भागवत पुराण के कथा अनुसार इस अमावस्या के दिवस पर समुद्र मंथन के द्वारा देवी लक्ष्मी जी का जन्म हुआ था इसी लिए दिवाली के दिन इनकी पूजा भी की जाती है।
इसी लिए कहते है यदि आप इस दिन पुरे सच्चे लगन और पूर्ण भक्तिभाव के साथ माँ लक्ष्मी जी की पूजा करते हैं तो आपको धन की प्राप्ति हो सकती है।
रामायण की कथानुसार इसका महत्व यह माना गया है कि भगवान श्री राम इसी दिन कार्तिक अमावस्या को अपने 14 वर्ष के बनवास को पूर्ण कर घर लौटे थे। और उनके आने की इस खुशी पर पुरे अयोध्या वासियों ने फूल मालाओं और ढोल नगाड़ों के साथ उनका स्वागत किया था और पुरे अयोध्या में घी के दीप जलाये थे। उसी समय से दिवाली के इस त्यौहार की शुरुवात हुयी।
तो यह था छोटा सा Essay on Diwali अब जानते है आगे इसके महत्व के बारे में।
👉Diwali का महत्व
जैसा कि ऊपर हमने जाना Diwali Kab hai अब थोड़ा इसके महत्व पर भी नज़र डालते है। दोस्तों वैसे तो लोग दिवाली को अलग-अलग धर्मों या मतों के हिसाब से मनाते हैं।
मगर इसकी वास्तविकता इससे है कि कार्तिक अमावस्या के इस घनघोरअंधेरे में दीपक को जलाकर – अंधकार में प्रकाश की और बुराई पर अच्छाई की जीत का सन्देश दिया गया है. इस दिन हर घर में दीपक जलता है चाहे वह गरीब वर्ग से हो या अमीर वर्ग से सभी लोग इस त्यौहार को बड़ा ही महत्व देते हैं।
🎉Diwali Puja Samagri in Hindi – दिवाली पूजा सामग्री 2023
- लकड़ी की एक साफ सुथरी चौकी लें
- थोड़ा सा कुमकुम लें
- लाल या फिर पीला कपड़ा लें
- सुन्दर सी माँ लक्ष्मी और गणेश जी की तस्वीर लें
- थोड़ी से चांदनी
- सुपारी ,अखंड सुपारी और लहसुन रोली
- पीतल या फिर मिट्टी के दिए का इश्तेमाल करें
- कपास की बाती रखें
- दिए के लिए थोड़ा सा शुद्ध घी रखे
- अगरबत्ती
- साफ़ सुथरा कलश , पुष्प , आम के पत्ते
- गंगाजल ,पंचांग
- साबुत गेहूं के दाने , कपूर
- कलावा
- जनेऊ , दूर्वा घास और एक छोटी सी झाड़ू
- आरती थाली में नोट या फिर सिक्के
ऊपर बताई गयी Diwali Puja Samagri को ध्यान से पढ़े और उसके अनुसार Puja Samagri ले सकते हैं इस दिन पूजा बड़ी ही विधि विधान के साथ की जाती है इसलिए सच्चे मन के साथ सभी परिवार वाले एकजुट होता पूजा करें उसके बाद सभी देवताओं को भोग लगाएं।
🎉Diwali Puja Vidhi in Hindi – दिवाली पूजा विधि 2023
अब हम दोस्तों आगे जानेंगे Diwali Puja Vidhi Hindi के बारे में। हमने यहाँ पर आपको उत्तम पूजा विधि के बारे में बताया है आप इस विधि के हिसाब से पूजा कर सकते हैं।
वैसे तो हम प्रतिदिन अपने घर के मदिर में पूजा विधिपूर्वक ही करते हैं। मगर यह दिवाली का दिन थोड़ा ख़ास माना जाता है इसलिए आप इन सभी चीजों को ध्यान में रखें जिससे आपकी पूजा सफल हो आपके सारे दुःख दर्द दूर हों।
Diwali Puja Vidhi 👇
- सबसे पहले घर की अच्छे से सफाई करें और घर के हर एक कोने में गंगाजल डालकर शुद्दिकरण करें।
- एक साफ सुथरी चौकी लें और उसपर लाल सूती कपड़े को बिछाएं फिर उसके बीचों बीच एक मुठ्ठी अनाज रख दें।
- फिर एक साफ़ कलश लें और उसको अनाज के बीच में रख दें।
- लगभग 75% पानी से उसको भर दें उसमे छोटी सी सुपारी, एक गेंदे का फूल, साथ में सिक्का और कुछ चावल के दाने डाल दें। गोलाकार आकर में कलश पर आम के कुछ पत्तों को रख दें।
- याद रखें कलश के दाहिनी यानी की [ दक्षिण-पश्चिम -दिशा ] में भगवान गणेश जी की मूर्ति को रखें।
- मध्य में माँ लक्ष्मी जी की मूर्ति को रखें।
- एक साफ़ प्लेट लें उसमे थोड़े से चावल के दानों से हल्का सा पहाड़ बनाये यानी की चावलों का उभारपन दिखें और फिर हल्दी से कमल के फूल की आकर्ति बनाए और 1 या 2 सिक्के लें और मूर्ति के सामने रख दें।
- अब शुरुवात देवी माँ लक्ष्मी और गणेश जी को तिलक लगाकर करें।
- उसके साथ सुन्दर सा दीपक जलाएं और कलश पर भी तिलक लगाना न भूलें।
- पूजा की शुरुवात करते समय गणेश और माँ लक्ष्मी जी को पुष्प चढ़ाएं।
- पूजा करते वक्क अपनी हथेली के बीच में फूल रखें।
- दोनों हाथ जोड़कर दीपावली पूजा मंत्र का जाप करें और अपनी हथेली में रखे हुए फूलों को माँ लक्ष्मी और गणेश भगवान को अर्पित कर दें।
- माँ लक्ष्मी जी की मूर्ति को ले और उनको गंगाजल से स्नान कराएं। उसके बाद एक साफ़ सूती कपडा लें और मूर्ति को पोछे उसके बाद मूर्ति के पास कुमकुम, हल्दी चावल आदि रखें।
- साफ़ से फूलों की एक माला लें और माँ लक्ष्मी के गले में पहनाए , धूपबत्ती वगेरा जलाये और नारियल, सुपारी, आदि चढ़ाएं.
- पूजा की थाली लें उसमें दीपक जलाकर
🎉Diwali puja Shubh Muhurat 2023 – दिवाली शुभ मुहूर्त 2023
जैसा कि दोस्तों दिवाली का त्यौहार बड़े ही धूम धाम के साथ पुरे देश में मनाया जाता है साथ ही इस दिन सभी लोग अपने घर में बड़ी विधि विधान के साथ पूजा भी करते हैं।
ऐसे में सवाल उठता है। Diwali Puja Shubh Muhurat कब है. तो मै आपको इसी चीज के बारे में बताने जा रहा हूँ। पाठकों अगर हम अपने हिन्दू पंचांग पर नज़र डालते हैं तो 24 अक्टूबर की शाम को दिवाली का त्यौहार मनाया जायेगा।
अगर हम बात करते हैं लक्ष्मी पूजन की तो पाठकों इसका Shubh Muhurat का जो समय है। वह शाम के 6 बजकर 54 मिनट से रात्रि 8 बजकर 18 मिनट तक का रहेगा।
जोकि तकरीबन 1 घंटे 24 मिनट तक का रहेगा। वैसे अलग अलग मान्यता के अनुसार इसके अलग अलग समय के बारे में बताया गया है। मगर यहाँ पर आपको हिन्दू पंचांग के समयावधि के बारे में बताया गया है।
प्रदोष काल : शाम को 5 बजकर 42 मिनट से रात्रि 8 बजकर 16 मिनट तक
वृषभ काल : शाम 6 बजकर 54 मिनट से रात्रि 8 बजकर 50 मिनट तक
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दिवाली कब है 2023 में जानकारी ?
इस वर्ष दिवाली का यह त्यौहार 24 अक्टूबर के दिन रविवार को पुरे हर्षोल्लास और उत्साह के साथ मनाया जायेगा
दीपावली की सुबह क्या करें ?
दीपावली की सुबह हमें पुरे घर की साफ सफाई करनी चाइये और घर के कोने कोने में गंगाजल का छिड़काव करना चाहिए जिससे घर में शुद्धता बनी रहे इसलिए शुद्दिकरण बहुत ज़रूरी है
दिवाली को शुभ क्यों माना जाता है ?
हमारे हिन्दू ग्रन्थों के अनुसार राम जी के 14 वर्ष के बनवास के पूर्ण होने की ख़ुशी और रावण के वद्ध होने की ख़ुशी में Diwali का त्यौहार मनाया जाता है। इसलिए इस त्यौहार को शुभ माना जाता है।
लक्ष्मी जी को कौन सा रंग पसंद है ?
कहा जाता है लक्ष्मी जी को गुलाबी रंग अधिक पसंद है इसलिए गुलाबी रंग के वस्त्र पहनने से माँ लक्ष्मी जी अधिक प्रसन्न होती हैं।
दिवाली के दिन क्या नहीं करना चाहिए ?
दिवाली के दिन जुवा न खेले कई लोग इसको गलत तरीके से मानते है जोकि बेहद गलत है और दिवाली के दिन शराब का सेवन बिलकुल न करें ऐसा करने से माँ लक्ष्मी जी नाराज़ हो जाती है और घर में कभी धन नहीं आता है।
प्रकाश डाले गए विषय :
- दिवाली कब है
- Diwali Puja Vidhi in Hindi
- Diwali Puja Samagri in Hindi
- Diwali Puja Shubh Muhurat 2022
निष्कर्ष :
दोस्तों आशा करता हूँ की मैं आपको Diwali Kab Hai [ दिवाली कब है ] Diwali Puja Vidhi के सम्बन्ध में पूर्ण जानकारी दे पाया हूँ। आप सभी को इस वर्ष की दीपावली की ढेर सारी शुभकामनाएं। आपके लिए यह दिवाली खुशियों से भरी रहे और आप सभी रोगों और दुखों से मुक्त रहो।
एक बात आप सभी लोगों से कहना चाहूंगा यदि आपको मेरी यह Post अच्छी लगी हो तो कृपया (Diwali Puja Vidhi in Hindi) अधिक से अधिक Share करे ताकि सभी लोगों तक इसकी जानकारी पहुंच सके। इसी तरह अपना प्यार बनाये रखें फिर मिलता हूँ एक नयी जानकारी के साथ Jai Hind Jai Bharat .
दीपावली के शुभ अवसर पर आपने इस तरह का लेख हम सभी लोगों तक पहुंचा कर बहुत कुछ सिखाया है उम्मीद है आप आगे भी इसी तरह के लेख हम सभी तक लाते रहेंगे और हम अब तो कुछ ना कुछ नया सिखाते होंगे इसमें पूर्ण जानकारी दो हम सभी लोगों के साथ साथ में करने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद और आपको और आपके परिवार को दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं