Navratri के 9 दिन तक देवी माँ के विभिन्न रूपों की विधिवत पूजा की जाती है तथा अलग-अलग रूपों में वह जगत मां के रूप में पूजी जाती है। उसकी मान्यता और सर्वोच्चता को सिर्फ मां की ममता से ही परिभाषित किया जा सकता है जिस प्रकार बच्चा अपनी माँ को सारी दुनिया मानता है ठीक उसी प्रकार मां के स्वरूपों को देखते हैं इसी प्रकार हम माँ से संसारिक और आध्यात्मिक से जुड़ते है
चैत्र नवरात्रि (मार्च-अप्रैल) और शरद नवरात्रि (सितंबर) में बड़े पैमाने पर मनाई जाती है अश्विन के महीनों में पढ़ने वाली नवरात्रि को शारदीय नवरात्रि कहा जाता है
धार्मिक शास्त्रों के अनुसार दुर्गा पूजा में ज्ञान, शक्ति ,समृद्धि माता की पूजा करने से आती है.
Navratri 9 Devi Names in Hindi :
मां शैलपुत्री
मां दुर्गा का पहला अवतार का नाम ही मां शैलपुत्री है पहले दिन कलश स्थापना के रूप में की जाती है माँ शैलपुत्री ने पर्वतराज हिमालय के घर पर कन्या के रूप में जन्म लिया इसी कारण उन्हें इस नाम से पुकारा जाता है
मां ब्रह्म
मां दुर्गा का दूसरा अवतार का नाम मां ब्रह्मचारिणी है Navratri के दूसरे दिन इनकी पूजा की जाती है ब्रह्मचारी का अर्थ है जो ब्रह्मा के द्वारा बताए
मां चंद्रघंटा
मां दुर्गा का तीसरा स्वरूप है मां चंद्रघंटा Navratri के तीसरे दिन की पूजा होती है माता के माथे का आकार घंटा की तरह होने के कारण इसलिए चंद्रघंटा कहां गया है
मां कूष्माण्डा
मां कुष्मांडा चौथा स्वरूप है मां का मां कुष्मांडा को पूरे ब्रह्मांड को उत्पन्न करने की क्षमता है इसलिए का नाम मां कुष्मांडा रक्षा करें
मां स्कंदमाता
मां दुर्गा का पांचवा अवतार है मां स्कंदमाता का अर्थ है चंद्र कुमार की माता चंद्र कुमार भगवान कार्तिकेय का दूसरा नाम है इसी कारण स्कंदमाता को गोद में बैठे हुए दिखाई देते हैं
मां कात्यायनी
मां दुर्गा का छठा अवतार है ऋषि कात्यायन की पुत्री है मां कात्यायनी ऋषि ने मां दुर्गा की बहुत अच्छा किया और प्रसन्न करके ऋषि ने वरदान मांग लिया कि देवी दुर्गा के घर पुत्री रूप में जन्म लेना पड़ा
मां कालरात्रि
मां कालरात्रि मां दुर्गा का सातवां स्वरूप मां कालरात्रि Navratri के सातवें दिन की पूजा की जाती है अलौकिक शक्तियां तंत्र सिद्धि मंत्र सिद्धि के लिए देवी की उपासना की जाती है
मां महागौरी
मां महागौरी मां दुर्गा का आठवां अवतार महागौरी है नवरात्र के आठवें दिन यानी दुर्गा अष्टमी की पूजा की जाती है पार्वती का सबसे उत्कृष्ट रूप है मां पार्वती ने भगवान शिव को पति के रूप में उसका शरीर काला पड़ गया
मां सिद्धिदात्री
मां दुर्गा का अवतार सिद्धिदात्री मां कालरात्रि का स्वरूप देखने में अत्यंत भयानक भी कहा जाता है
Navratri Puja Vidhi Shubh Muhurat Date and Time :
Navratri Date and Time : इस वर्ष नवरात्रि का सुभ मुहूर्त 2 अप्रैल 2022,शनिवार को सुबह 06 बजकर 03 मिनट से 08 बजकर 31 मिनट तक रहेगा। यदि इस मुहुर्त में कलश स्थापना नहीं कर पाते हैं तो अभिजित काल में 11:48 से 12:37 तक कलश स्थापना कर सकते हैं।
Navratri 9 Days Colour :
Navratri Puja Vidhi :
Navratri Puja Vidhi : जैसा की हम सब जानते है Navratri का सुभारम्भ 26 सितम्बर से शुरू होने जा रह है। यदि आप कलश की स्थापना करना चाहते हैं तो आप इस दिन से शुरू कर सकते हैं।
जैसा की विधि के अनुसार Navratri के पहले दिन हम माँ शैलपुत्री की पूजा करते हैं। इस दिन आपको माँ शैलपुत्री की कथा तथा उनका सच्चे मन से पाठ करना है।
सुन्दर और साफ सुथरा दीपक जलाये और अपने कलश की स्थापना करे इस प्रकार प्रथम दिन की शुरुवात करें तथा शाम को दीपक जलाकर एक बार दोबारा माँ शैलपुत्री की आरती करें तथा पाठ करें।
इसी प्रकार आपको 9 दिन तक माँ की पूजा करनी है और सच्चे मन से पाठ करना है जय माता दी।