Buy Bank Seized Vehicles, बैंक द्वारा जब्त की गई गाड़ियां कैसे खरीदें : पूरी जानकारी पढ़े

By Ravi

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Bank Seized Vehicles : बैंक द्वारा जब्त की गई गाड़ियों की नीलामी खरीदारी के लिए एक अच्छा विकल्प हो सकता है, क्योंकि इन गाड़ियों को आमतौर पर बाजार भाव से कम कीमत पर बेचा जाता है।

लेकिन इस प्रक्रिया को समझना जरूरी है ताकि आप सही तरीके से नीलामी में हिस्सा ले सकें और बाद में किसी परेशानी का सामना न करना पड़े।

इस लेख में हम आपको पूरी जानकारी देंगे कि बैंक द्वारा जब्त गाड़ियों को खरीदने की प्रक्रिया क्या है, और इसमें क्या-क्या फायदे और जोखिम होते हैं।

बैंक गाड़ियां जब्त क्यों करते हैं?

जब कोई व्यक्ति बैंक से वाहन खरीदने के लिए लोन लेता है, और वह समय पर उस लोन की किश्तें (EMI) नहीं भर पाता है, तो बैंक उस गाड़ी को अपने कब्जे में ले लेता है।

इसे “गाड़ी जब्त करना” कहते हैं। बैंक इस गाड़ी को बेचकर अपने पैसे की भरपाई करता है। ऐसे में गाड़ियां नीलामी के माध्यम से बेची जाती हैं, ताकि बैंक को उसका बकाया पैसा मिल सके।

Bank Seized Vehicles खरीदने के फायदे

बैंक से जब्त की गई गाड़ियां खरीदने में कई फायदे होते हैं:

  • कम कीमत पर गाड़ियां मिलती हैं: जब्त की गई गाड़ियां बाजार से कम दाम पर बेची जाती हैं। इसका कारण यह है कि बैंक इन गाड़ियों को जल्दी से बेचकर अपना पैसा वापस लेना चाहता है।
  • विभिन्न प्रकार की गाड़ियां मिलती हैं: इन नीलामियों में अलग-अलग ब्रांड और मॉडल की गाड़ियां होती हैं, जिससे आपकी पसंद के अनुसार गाड़ी चुनना आसान होता है।
  • बैंक से सीधी डील: बैंक द्वारा जब्त गाड़ियों की बिक्री एक सुरक्षित विकल्प होती है, क्योंकि बैंक सभी कागजात सही तरीके से आपको सौंपता है। इस प्रकार आपको धोखाधड़ी से बचाव होता है।

Bank Seized Vehicles कैसे खरीदें?

सही नीलामी की जानकारी प्राप्त करें

सबसे पहले आपको यह पता करना होगा कि किन बैंकों की नीलामी चल रही है। बैंक अपनी नीलामी की जानकारी अखबारों, वेबसाइट्स और बैंकों की शाखाओं पर देते हैं।

इसके अलावा, सरकारी ई-नीलामी पोर्टल पर भी नीलामी की सूचनाएं उपलब्ध होती हैं। कुछ प्रमुख वेबसाइट्स जहां आप जानकारी प्राप्त कर सकते हैं:

  • बैंकों की आधिकारिक वेबसाइट
  • ई-नीलामी पोर्टल ( eauctionindia.com )

गाड़ी से जुड़े कागजात की जांच करें

जब आप नीलामी में गाड़ी खरीदने का मन बना लें, तो सबसे पहले उस गाड़ी के कागजात की पूरी जांच कर लें। यह सुनिश्चित करें कि गाड़ी के पास सभी जरूरी दस्तावेज हों, जैसे:

  • आरसी (रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट): यह गाड़ी का पंजीकरण प्रमाण पत्र है।
  • बीमा पॉलिसी: गाड़ी का बीमा वैध होना चाहिए।
  • रोड टैक्स: गाड़ी का टैक्स सही से भरा गया हो।
  • लोन की जानकारी: यह सुनिश्चित करें कि गाड़ी पर कोई बाकी लोन नहीं है।

नीलामी प्रक्रिया में हिस्सा लें

नीलामी में हिस्सा लेने के लिए सबसे पहले आपको पंजीकरण (रजिस्ट्रेशन) कराना होगा। इसके लिए आपको एक छोटी राशि जमा करनी होगी, जिसे “अर्नेस्ट मनी डिपॉजिट” (EMD) कहते हैं। यह राशि नीलामी में बोली लगाने के लिए जरूरी होती है। नीलामी के दिन सही तरीके से बोली लगाएं, और अपने बजट का ध्यान रखें ताकि आप ज्यादा ऊंची बोली न लगा दें।

सफल बोली के बाद भुगतान और गाड़ी का नाम ट्रांसफर

अगर आपकी बोली सबसे ऊंची रहती है, तो आपको बैंक द्वारा निर्धारित समय सीमा के भीतर शेष राशि का भुगतान करना होगा। इसके बाद बैंक आपको गाड़ी के सारे दस्तावेज सौंप देगा।

अब आपको गाड़ी के नाम को अपने नाम पर ट्रांसफर कराने के लिए स्थानीय आरटीओ (रिजनल ट्रांसपोर्ट ऑफिस) जाना होगा, ताकि गाड़ी कानूनी रूप से आपकी हो जाए।

Bank Seized Vehicles खरीदते समय ध्यान रखने योग्य बातें

  • सभी दस्तावेजों की जांच करें: गाड़ी खरीदने से पहले उसके सभी कागजात की जांच करें, ताकि भविष्य में किसी प्रकार की कानूनी या वित्तीय परेशानी का सामना न करना पड़े।
  • गाड़ी की हालत का सही मूल्यांकन करें: गाड़ी कितनी चली है, उसकी हालत कैसी है, इंजन और अन्य पार्ट्स सही काम कर रहे हैं या नहीं – यह सब ध्यानपूर्वक जांचें।
  • बकाया लोन की जानकारी: यह सुनिश्चित करें कि गाड़ी पर कोई बाकी लोन नहीं है, ताकि नीलामी के बाद आपको किसी प्रकार का अतिरिक्त भुगतान न करना पड़े।

निष्कर्ष

Bank Seized Vehicles यानि की बैंक द्वारा जब्त की गई गाड़ियों की नीलामी में गाड़ी खरीदना एक फायदेमंद विकल्प हो सकता है। लेकिन इसके लिए आपको सही जानकारी और कुछ सावधानियां बरतनी होंगी। अगर आप नीलामी की प्रक्रिया को समझते हैं और गाड़ी के सभी दस्तावेजों की सही जांच करते हैं, तो आप एक अच्छी डील पा सकते हैं। नीलामी में सफल होने के लिए धैर्य, सही बजट और अच्छी जानकारी बेहद जरूरी है।

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